हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में एमडी या एमएस डॉक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर पद सृजित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है। इसके अलावा, डॉक्टरों को कोई प्रशासनिक कार्य भी नहीं दिया जाएगा और वे अपनी संबंधित विशेषता में ही अभ्यास करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा आज दी गई सैद्धांतिक मंजूरी के तहत सरकार विशेषज्ञों के लिए एक विशेष सब कैडर बनाएगी, जिन्हें सलाहकार या वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नामित किया जाएगा।
इससे पहले एमबीबीएस योग्यता और एमडी/एमएस योग्यता वाले डॉक्टर एक ही कैडर में होते थे। हालांकि, स्पेशलिस्ट कैडर पोस्ट बनने से ये डॉक्टर अपने काम पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे और इससे निश्चित रूप से उनके हितों की भी रक्षा होगी।
इसके अलावा, विशेषज्ञ कैडर के रूप में डॉक्टरों को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के बजाय बड़े अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। इससे उनकी पदोन्नति जल्दी सुनिश्चित होगी और उनकी प्रतिभा का सही सदुपयोग संभव होगा।
प्रदेश सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से मरीजों को भी बहुत फायदा होगा, क्योंकि उन्हें अच्छे विशेषज्ञों का परामर्श मिलेगा और डॉक्टर अस्पतालों के कामकाज की निगरानी और प्रबंधन करने में अधिक सक्षम होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान संकट की स्थिति में समाज में डॉक्टरों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है और सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दे कि डॉक्टरों यह मांग वर्षों से चली आ रही थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए इसे आज सैद्धांतिक मंजूरी दी है।
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