Categories: कुछ भी

अब घर बैठे बनेगा आयुष्मान कार्ड, हरियाणा सरकार ने लॉन्च किया यह पोर्टल

आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बनाने के लिए अब वसुधा केंद्र और पंचायत कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे। अब घर बैठे ऑनलाइन ही कार्ड बन जाएगा। इसके लिए सरकार ने पोर्टल लांच किया है। इसी पोर्टल से अब कार्ड बनाया जा सकेगा। अभी वसुधा केंद्र या पंचायत कार्यालय से कार्ड बनवाने में करीब एक से डेढ़ महीने का वक्त लगता है, लेकिन ऑनलाइन पोर्टल पर हफ्ते से दस दिन में बन जाएगा। आयुष्मान भारत से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि लाभार्थियों को कार्ड बनाने के लिए पोर्टल पर आवेदन करना होगा। यहां जाकर अगर पहले से आवेदन किया हुआ कार्ड बन गया है तो वह डाउनलोड भी हो सकेगा। इसके साथ नया कार्ड भी बनवा पाएंगे।

बताया जाता है कि सरकार ने लोगों खासकर वृद्धजनों की सहूलियत के लिए कार्ड को ऑनलाइन कर दिया है। इस पोर्टल के जरिए लोग उन लोगों के नाम भी देख सकते हैं, जिनके आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। आयुष्मान कार्ड उन लोगों के बनाए जाएंगे, जिनके पास प्रधानमंत्री का पत्र हो या राशन कार्ड में नाम हो।

आयुष्मान कार्ड बनाने में सारण का स्थान बेहतर नहीं
आयुष्मान कार्ड बनाने में सारण का सूबे में बहुत बढ़िया स्थान नहीं है। सारण में अधिक से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है, लेकिन अबतक लक्ष्य के अनुरूप आयुषमान कार्ड नहीं बने है।

जिलाधिकारी राजेश मीणा ने संबंधित पदाधिकारियों को हर हाल में लक्ष्य हासिल करने पर जोर दिया है ताकि सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके। मालूम हो कि पूरे बिहार में पांच करोड़ 55 लाख 62 हजार 406 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है, जिसमें 71 लाख 23 हजार 553 लोगों के ही कार्ड बने हैं।

घर-घर जाकर बन रहे कार्ड

जानकारी के मुताबिक, जिले में आयुष्मान कार्ड लोगों के घर-घर जाकर भी बनाया जा रहा है। एक एजेंसी को इसका काम दिया गया है। हमारा लक्ष्य गरीब परिवारों को आयुष्मान कार्ड बनवाना है।

जानकारी के अभाव में कई लोग वसुधा केंद्र या पंचायत कार्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। इसलिए डोर टू डोर कार्ड बनवाने का अभियान शुरू किया है। यह अभियान नवंबर से जिले में चल रहा है। बाहर से आए लोगों का इसके तहत कार्ड भी बनाया गया है। इस बार से कार्ड पर कोरोना और एईएस का इलाज भी शुरू कर दिया गया है।

निजी स्लैब को जोड़ने की शुरू होगी योजना

आयुष्मान भारत के तहत निजी लैब को जोड़ने की भी योजना शुरू होने वाली है। इसके तहत सभी निजी अस्पताल और प्राइवेट लैब को डिजिटल प्लेटफार्म पर जोड़ा जाना है। इसके लिए अभी रूपरेखा तैयार की जा रही है।

आयुष्मान भारत के तहत अभी जिले में कई अस्पतालों को इलाज करने का लाइसेंस मिला है। निजी अस्पतालों में गरीबों का इलाज आसानी से हो रहा है उस इससे उनको काफी राहत भी मिल रही है। कई गरीब लोगों ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मिले सुविधा के कारण ही उनकी जान बच सकी।

Rajni Thakur

Recent Posts

Faridabad के DPSG School ने आयोजित किया DPSG Cup, 4000 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा

हरियाणा को खिलाड़ियों की भूमि कहा जाता है। देश में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा के…

1 year ago

अगर देश को बचाना है तो भाजपा को वोट दें:  Faridabad भाजपा लोकसभा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर

आप सभी जानते ही हैं अब चुनाव का विगुल बज चुका है।  सभी पार्टियों ने…

1 year ago

Haryana के टैक्सी चालक के बेटे ने Clear किया UPSC Exam, पिता का सपना हुआ पूरा

भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा होती है। जिसमें लोगों को…

1 year ago

अब Haryana के इन रूटों पर वंदे भारत समेत कई ट्रेनें दौड़ेंगी 130 की स्पीड से, सफर होगा आसान

हरियाणा सरकार जनता के लिए हमेशा कुछ ना कुछ अच्छा करती रहती है। जिससे कि…

1 year ago