हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय बने

नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। नीरज चोपड़ा ने स्वीटजरलैंड के ज्यूरिख में आयोजित डायमंड लीग सीरीज में जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा ने शानदार प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल जीता है। नीरज चोपड़ा डायमंड ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट के फाइनल में 88.44 मीटर का थ्रो किया। यह मैच कल यानी 8 सितंबर को खेला गया था। इस दिन का भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान है। इस दिन कोहली ने अपने करियर का पहला टी-20 शतक लगाया था। वहीं भुवनेश्वर कुमार ने अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 में 5 विकेट हॉल लेकर पहले गेंदबाज बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वहीं अब नीरज चोपड़ा ने भी कल डायमंड ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया है।

नीरज चोपड़ा ने यह कीर्तिमान अपने नाम करने के लिए चेक रिपब्लिक के जाकूब वैडलेक और जर्मनी के जूलियन वेबर को पीछे छोड़ा। नीरज चोपड़ा ने फाइनल मैच में फाउल के साथ आगाज किया, जबकि वैडलेक ने पहले ही प्रयास में 84.15 मीटर की दूरी हासिल की। नीरज चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में 88.44 मीटर की दूरी हासिल की और मैच के आखिरी प्रयास तक कोई भी खिलाड़ी इसे पार नहीं कर सका।


इस दौरान नीरज चोपड़ा ने 3 ऐसे थ्रो किये जो बाकि खिलाड़ियों से आगे थे। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 88.00 मीटर, चौथे प्रयास में 86.11 मीटर, 5वें प्रयास में 87 मीटर और अपने अंतिम प्रयास में 83.60 मीटर की दूरी हासिल की। वहीं वैडलेक ने अपने दूसरे प्रयास में 86.94 मीटर हासिल करके अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

13 महीने के अंदर नीरज ने जीता चौथा बड़ा खिताब


नीरज चोपड़ा ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर सनसनी मचा दी थी। अभिनव ब्रिंदा के बाद वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले सिर्फ दूसरी भारतीय बने थे। इसके अलावा एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले नीरज भारत के पहले खिलाड़ी हैं। इस साल नीरज ने तीन बड़े कारनामे किए। उन्होंने अमेरिका के यूजीन में 24 जुलाई को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल जीता। इस दौरान नीरज चोटिल हो गए और उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिस्सा नहीं लिया।

चोट के करीब एक महीने बाद उन्होंने मैदान पर वापसी की और इतिहास रचा। डायमंड लीग के लुसाने चरण में नीरज ने पहले प्रयास में भाला 89.08 मीटर दूर फेंका। यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास था। उन्होंने लुसाने लेग में गोल्ड मेडल जीता। अब उन्होंने डायमंड लीग फाइनल का खिताब भी जीता।

Anila Bansal

I am the captain of this ship. From a serene sunset in Aravali to a loud noisy road in mega markets, I've seen it all. If someone asks me about Haryana I say "it's more than a city". I have a vision for my city "my Haryana" and I want people to cherish what Haryana got. From a sprouting talent to a voice unheard I believe in giving opportunities and that I believe makes a leader of par excellence.

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