हरियाणा में ब्रेक पार्ट्स बनाने वाली एक कंपनी अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों की बेटियों को शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से खास पहल कर रही है. साल में दो बार आने वाले नवरात्र पर नवमी के दिन कंजक पूजन कर कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की 100 बेटियों को फीस भरने के लिए नकद राशि दी जाती है. बेटियों को पढ़ाई का प्रमाणपत्र देखकर 3100, 4100 व 5100 रुपये दिए जाते हैं.
बेटियां शिक्षा के मामले में आगे बढ़ सकें और कर्मचारियों पर भी फीस का बोझ न पड़े. इसके तहत कंजक पूजन की परम्परा को निभाते हुए कंपनी प्रबंधन का मानना है कि फीस के अभाव में बेटियों की पढ़ाई न छूटे. साल में दो बार नवरात्र में नवमी के दिन कंपनी में सभी बेटियों के लिए समारोह आयोजित किया जाता है.
कंपनी प्रबंधन ने बताया कि शीर्ष अधिकारी कन्याओं के पैर धोकर उनकी पूजा करते हुए भोजन कराते हैं और इसके बाद छोटी कक्षाओं की बच्चियों को 3100 रुपये, मिडिल कक्षाओं में पढ़ने वाली बेटियों को 4100 रुपये और बड़ी कक्षाओं में पढ़ने वाली बेटियों को 5100 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है. नवमी के दिन बेटियों को फीस के लिए राशि दी जाएगी.
कंपनी के एचआर प्रमुख विनीत कुमार गर्ग ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने पिछले साल कर्मचारियों की 90 बेटियों और अनाथालय की 10 बेटियों को करीब साढ़े तीन लाख रुपये की मदद दी थी. अबकी बार फिर कर्मचारियों से आवेदन मांगे गए हैं.
स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध कराने का उठाया बीड़ा
विनीत गर्ग ने बताया कि कंपनी साल 2008 से समाज सेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग ले रही थी. कंपनी ने गांव रेवली, शांतिनगर, आरके कालोनी, राई समेत कई गांवों के सरकारी स्कूलों में फर्नीचर, सोलर सिस्टम, शौचालयों का निर्माण,आरओ, कमरों व चारदीवारी का निर्माण जैसे सुविधाएं उपलब्ध कराई है. इसके अलावा, एक स्कूल में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगवाई गई है.
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