महिलाओं के लिए सरकार काफी सारी ऐसी योजनाएं लाती है, जिससे कि वह आत्मनिर्भर और आत्मसशक्त बना सके। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने हाल ही में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना 2.0 लागू कर दी है।
इस योजना को लाने का मकसद गर्भवती और स्तनपान करने वाली माता की सेहत में सुधार करना है। वहीं मेडिकल ट्रीटमेंट और दवा खर्च से जुड़े फाइनेंशियल समस्याओं को ठीक करना है।
यह योजना खास गर्भवती महिलाओं के लिए लाई गई है जिसके तहत इन महिलाओं के खाते में हर साल लगभग ₹5000 सरकार की तरफ से आएंगे। यह ₹5000 तीन किश्तों में दिए जाते हैं।
जब गर्भवती महिलाएं इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करती हैं उसे समय उन्हें ₹1000 के रूप में पहली किस्त दी जाती है और छठे महीने के कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच करने के बाद ₹2000 की दूसरी किस्त दी जाती है। अंत में फिर बच्चों के जन्म के रजिस्ट्रेशन के बाद ₹2000 की तीसरी किस्त जाती है।
इस योजना का लाभ केवल वह महिलाएं उठा सकती हैं जो कहीं काम करने नहीं जाती और आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। इसको अप्लाई करने के लिए आय प्रमाण पत्र लगाना पड़ता है, ताकि महिला की फाइनेंसियल कंडीशन देख जा सके।
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