फरीदाबाद, 27 मई। उपायुक्त यशपाल ने बताया कि जिला के स्थानीय नागरिक अस्पताल बी.के. में जो लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो गए हैं और उन्हें अब शारिरीक परेशानी या मानसिक तनाव होता है तो उन लोगों के लिए “उमंग” ओपीडी शुरू की गई है। ओपीडी में आज वीरवार को 8 लोगों का उपचार किया गया।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को जितना शारीरिक तौर पर पड़ रहा है, उतना ही दुष्प्रभाव व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर भी देखा जा रहे है।
कोरोना संक्रमण से ठीक होने में व्यक्ति की सोच और मानसिक स्थिति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। कई मरीज तो ठीक होने के उपरांत भी इस बीमारी से उभर नहीं पा रहे हैं। फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा बार-बार यह आग्रह किया जा रहा है कि कोरोना वायरस से हमें डरना नहीं है बल्कि इससे बचाव को लेकर आवश्यक सावधानियां बरतनी है।
यदि फिर भी संक्रमित हो गए, तो मानसिक स्थिति मजबूत रखते हुए चिकित्सकों के परामर्श से दवा इत्यादि लेकर कोरोना को मात देनी है।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों में भय की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा यह एक नई पहल की शुरुआत की गई है।
इस अनूठी पहल के तहत मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों की काउंसलिंग की जाती है ताकि वे घबराए नहीं और उनका मानसिक संतुलन बना रहे औऱ वे जल्द स्वस्थ हो जाएं। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए कोई भी व्यक्ति जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए टोल फ्री नंबर 1800-891-1008 पर संपर्क कर सकता है।
इसके साथ ही मेंटल हेल्थ सपोर्ट के लिए 011-41219298 पर किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं।उपायुक्त यशपाल ने कोविड-19 जैसी बीमारी से ठीक होने के बावजूद व्यक्ति में डर की स्थिति उत्पन्न होना स्वाभाविक है। ईलाज के लिए मरीज के पास सही जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।
यदि मरीज इस दौरान घबरा जाए तो उसका स्वास्थ्य और ज्यादा बिगड़ सकता है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन तथा “जीविषा” नामक एनजीओ ने संयुक्त रूप से मेंटल हेल्थ विशेषज्ञों की टीम तैयार की है। इसमें आई.एम.ए के कई चिकित्सक भी अपनी नि:शुल्क अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके कोई भी व्यक्ति विशेषज्ञों, मनोचिकित्सकों व चिकित्सकों की टीम से जुड़ सकता है और कोरोना संक्रमण संबंधी अपनी शंकाओं को दूर कर सकता है।
सीएमओ डॉ. रणदीप सिहं पूनिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद मरीजों की मानसिक स्थिति को मजबूत करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हैल्पलाइन नंबर शुरू किया है। इस हैल्पलाइन नंबर पर जिला के नागरिक फोन कर मेंटल हैल्थ एक्सपर्ट्स से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श लेकर स्वास्थ्य लाभ उठा रहे हैं। इसके साथ ही अगर उन्हें कोई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत है तो इसके लिए भी वह इस हैल्पलाइन नंबर पर एक्सपर्ट चिकित्सकों से सलाह भी ले सकते हैं।
उमंग ओपीडी के नोडल अधिकारी डॉक्टर योगेंद्र सरधाना ने बताया कि उमंग ओपीडी जिला में उन लोगों के लिए चालू की गई है, जो वैश्विक महामारी कोविड-19 से सक्रमित होकर ठीक हो गए है। उसके बाद उनके शरीर में जो भी कोई तकलीफ होती है, मानसिक या शारीरिक रूप से जो भी परेशानी होती उसको काउंसलिंग के जरिए दूर किया जाता है। जरूरत के अनुरूप दवाइयां भी दी जाती है।
डॉक्टर योगेंद्र सरधाना ने बताया कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे और अब ठीक हो गए हैं। वे कई बार शरीर में भूख न लगना, थकान ज्यादा महसूस करना, नींद कम आना सहित मानसिक तनाव में जो लोग रहते हैं, उनका उमंग ओपीडी के माध्यम से उपचार किया जाता है। ऐसे मरीजों की काउंसलिंग करके उन्हें टिप्स दिए जाते हैं और जरूरत के अनुसार दवाइयां भी दी जाती है। इसके अलावा ऐसे मरीजों को संतुलित आहार, नियमित योगा सहित हंसमुख दिनचर्या के टिप्स सहित अन्य जानकारी विस्तार पूर्वक दी जाती है।
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