Categories: कुछ भी

जिंदादिली के साथ जिएं अपना जीवन, हर मुश्किल का किया जा सकता है सामना: विजय वर्धन

चंडीगढ़ – हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा है कि हमें अपना जीवन जिंदादिली के साथ जीना चाहिए, इससे हर मुश्किल का सामना सहजता से किया जा सकता है।मुख्य सचिव आज हरियाणा सिविल सचिवालय के कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए हमें हमेशा सकारात्मक सोच के साथ-साथ जीवन के प्रति कृतज्ञता के भाव रखने चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज के समय में घरवालों से दूर कहीं अकेले रहने, काम में व्यस्त रहने के कारण या अपनों से खुल कर बात न हो पाने के कारण अकेलापन हो जाता है जो कि तनाव का कारण बनता है। इससे मानसिक सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है। ऐसी समस्या से दूर रहने के लिए हमें दोस्तों, बच्चों व परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा व अधिक समय व्यतीत करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों की समस्याएं सुननी चाहिए, जो समस्याएं हमें छोटी लगती हैं वे उनके लिए बड़ी हो सकती हैं इसलिए हमें उनके साथ ‘‘क्वालिटी टाइम बिताना चाहिए क्वांटिटी टाइम नहीं‘‘।

मुख्य सचिव ने कहा कि तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए हम अपने व्यस्त जीवन में से अपने लिए कुछ समय अवश्य निकालें और अपने शौक या पसंदीदा कार्य करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि तनाव कोई धब्बा नहीं है यदि हम समय पर इसे समझ कर इस समस्या का निवारण करें तो इसे दूर किया जा सकता है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ने जाने माने कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता सुनाई जिसमें —-‘‘बैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर, क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है, मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा, चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना‘‘ के माध्यम से तनाव रहित जीवन जीने के बारे में बताया है।

कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि इस इस तरह की कार्यशाला का आयोजन अन्य कार्यालयों में किया जायेगा ताकि कर्मचारी को तनाव के संबंध जानकारी मिल सके ताकि वे तनावमुक्त हो कर अच्छा जीवन व्यतीत कर सकें। उन्होंने कहा कि सभी को सामाजिक, मानसिक, शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। मानसिक बिमारियां भी अन्य बिमारियों की तरह ही हैं और इनका ईलाज संभव है।

इस अवसर पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ.एम.पी शर्मा और क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक अनु बंसल ने पीपीटी के माध्यम से मानसिक रोग एवं उनके निदान के संबंध में सचिवालय कर्मचारियों को बताया।

इस अवसर पर सचिवालय स्थापना के विशेष सचिव महेश्वर शर्मा, स्वास्थ्य सेवाओं की महानिदेशक वीना सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

Anila Bansal

I am the captain of this ship. From a serene sunset in Aravali to a loud noisy road in mega markets, I've seen it all. If someone asks me about Haryana I say "it's more than a city". I have a vision for my city "my Haryana" and I want people to cherish what Haryana got. From a sprouting talent to a voice unheard I believe in giving opportunities and that I believe makes a leader of par excellence.

Recent Posts

Faridabad के DPSG School ने आयोजित किया DPSG Cup, 4000 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा

हरियाणा को खिलाड़ियों की भूमि कहा जाता है। देश में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा के…

17 hours ago

अगर देश को बचाना है तो भाजपा को वोट दें:  Faridabad भाजपा लोकसभा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर

आप सभी जानते ही हैं अब चुनाव का विगुल बज चुका है।  सभी पार्टियों ने…

2 days ago

Haryana के टैक्सी चालक के बेटे ने Clear किया UPSC Exam, पिता का सपना हुआ पूरा

भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा होती है। जिसमें लोगों को…

2 weeks ago

अब Haryana के इन रूटों पर वंदे भारत समेत कई ट्रेनें दौड़ेंगी 130 की स्पीड से, सफर होगा आसान

हरियाणा सरकार जनता के लिए हमेशा कुछ ना कुछ अच्छा करती रहती है। जिससे कि…

4 months ago