11 जून को हरियाणा में मौजूदा आबकारी वर्ष (excise year) पूरा हो रहा है और इसलिए साल 2022-23 के लिए 18 मई को शराब ठेके अलॉट किए जाएंगे। पिछले साल की तरह इस बार भी जिले में 22 ग्राम पंचायतें (gram panchayt) ऐसी हैं जिनमें खराब ठेके नहीं खोले जाएंगे, क्योंकि इन पंचायतों मे ग्राम सभा में प्रस्ताव पास कर अपने गांव में शराब ठेके नहीं खोले जाने की सहमति दी हुई है। वहीं आगामी वर्ष के लिए नई आबकारी नीति के तहत जिले में शराब के जोन 48 से घटाकर 25 कर दिए गए हैं।
जोन की संख्या कम होने पर एक जोन में शराब ठेकों की संख्या बढ़ा दी गई है। अब एक जोन में 4 शराब ठेके खोले जा सकेंगे। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में सब बैंड नहीं खुलेंगे लेकिन ग्रामीण एरिया में सब बैंड यानि उप ठेका खोलने की अनुमति रहेगी।
जिले की 25 जोन के लिए इस बार विभाग ने 80.95 करोड़ रुपये रिजर्व प्राइज रखा है। वहीं पिछले चार सालों में आरक्षित मूल्य से अधिक राजस्व प्राप्त् करने पर जिला पहली बार प्रदेश के ए ग्रुप जिलों में शामिल किया गया है।
शराब प्रकार बोतल
नई आबकारी पॉलिसी के अनुसार ठेकेदार शहरी क्षेत्र के ठेके के सब बैंड यानि उप ठेके नहीं खोल सकेंगे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में एक जोन में जो चार मुख्य ठेके होंगे वह ठेकेदार अपनी मर्जी से उस एरिया में कहीं भी खोल सकता है तथा सब बैंड भी खोल सकता है।
ग्रामीण उप ठेकों के लिए लगेगी फीस
ग्रामीण एरिया की जोन में उप ठेका खोलने के लिए ठेकेदार को फीस भरनी होगी। उप ठेके वाले एरिया में यदि आबादी 1 हजार या इससे कम है तो सब बैंड की 1 लाख 50 हजार रुपये फीस लगेगी। 1 हजार से अधिक आबादी वाले क्षेत्र में सब बैंड के लिए 3 लाख रुपये फीस भरनी होगी। शराब ठेके स्कूल, मंदिर व अन्य धार्मिक स्थल से 150 मीटर के दायरे में नहीं खोले जा सकते। सब बैंड की मुख्य ठेके से दूरी कम से कम 2 किलोमीटर होनी जरूरी होगी।
इन 22 गांवों में नहीं खुलेंगे ठेके
बता दें कि जिले के 22 गांव ऐसे हैं जहां शराब के ठेके नहीं खोले जाएंगे। इन गांवों में ढाणी छतरियां, नांगला, ढाबी कलां, ठरवा, दमकौरा, ढाणी इशर, जांडवाला सोत्तर, खुंबर, भूथन खुर्द, ढाणी सांचला, चंद्रावल, इंदाछोई, चितैन, मानावाली, भट्टू, ढिंगसरा, ढाणी भोजराज, माधुवाना, दिवाना, म्योंदकलां, गदली और बरसीन शामिल हैं।
साल आरक्षित मूल्य
2016-17 56.21 करोड़
2017-18 50.80 करोड़
2018-19 58.30 करोड़
2019-20 61.25 करोड़
2020-21 57.68 करोड़
2021-22 67.76 करोड़
2022-23 80.95 करोड़
बढ़ गया देशी और अंग्रेजी शराब का कोटा
जिले में इस बार शराब का कोटा भी पिछले साल के मुकाबले बढ़ाया गया है। पिछले साल जिले में देशी शराब का कोटा 40.20 लाख बोतल था जिसे 3.81 फीसदी बढ़ा कर 41.57 लाख कर दिया गया है। इसी तरह अंग्रेजी शराब के कोटे का 4 फीसदी बढ़ाकर 7.95 लाख से 8.27 लाख कर दिया गया है।
बीते 2 सालों में मिला ₹255 करोड़ का राजस्व
बता दें कि जिले के शराब के ठेकों के लिए साल 2020-21 में 67.75 करोड़ रुपये आरक्षित मूल्य रखा गया था। इसकी एवज में जिले में ₹135 करोड़ राजस्व एकत्रित हुआ था। इसी तरह इस साल जिले की 48 जोन के ठेकों का आरक्षित मूल्य 74.16 करोड़ था जिसकी एवज में अब तक 120 करोड़ राजस्व आ चुका है। संभावना है कि इस साल 11 जून तक 150 करोड़ राजस्व आ सकता है।
अब तक प्राप्त हुआ 120 करोड़ का राजस्व
उप आबकारी आयुक्त वीके शास्त्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में यह जिला केवल ₹60 करोड़ का राजस्व प्राप्त कर पाया था। विभाग का प्रयास है कि इस वर्ष 11 जून 2022 तक इसे 150 करोड़ पर पहुंचाए। इस साल अब तक करीब 120 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ है। अगले साल के लिए 25 जोन का आरक्षित मूल्य 80.95 करोड़ रखा गया है।
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